बादाम का कहवा
कश्मीर (Kashmir) में बादाम का कहवा (Badam Ka Kahwa), चाय या कॉफी की तरह ही पिया जाता, लेकिन चाय और कॉफी की तुलना में यह ज्यादा स्वास्थ्यवर्धक होता है.
ताजगी के लिए लोग चाय या कॉफी पीना पसंद करते हैं, क्योंकि काम में व्यस्तता के कारण मानसिक और शारीरिक थकान होने लगती है. इसी तरह एक ऐसी चाय, जो कश्मीर के लोग पीना काफी पसंद करते हैं, इसे कहते हैं कश्मीरी कहवा (Kashmiri Kahwa) या बादाम का कहवा. कश्मीर में ठंड का मौसम होने की वजह से वहां के लोग बादाम का कहवा पीते हैं. वे इसे ठंड से राहत पाने और स्वास्थ्य की दृष्टि से लाभदायक मानते हैं. कश्मीर (Kashmir) में बादाम का कहवा (Badam Ka Kahwa), चाय या कॉफी की तरह ही पिया जाता, लेकिन चाय और कॉफी की तुलना में यह ज्यादा स्वास्थ्यवर्धक होता है. myUpchar से जुड़े डॉ. लक्ष्मीदत्ता शुक्ला के अनुसार, बादाम की छोटी-सी गिरी में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. पहले बादाम से मिठाई और स्नैक्स बनाए जाते थे और अब कॉफी में डाला जाता है.
ऐसे किया जाता है सेवन
कश्मीर में लोग बादाम का कहवा नाश्ते के दौरान लेते हैं, इसमें बहुत-सी चीजें मिली होती हैं, जैसे हरी चाय की पत्ती, दालचीनी, इलायची, केसर और लौंग आदि. इसे और ज्यादा स्वादिष्ट बनाने के लिए बादाम अखरोट और सूखे मेवे आदि को पीसकर ऊपर से मिलाया जाता है, जिससे यह सुगंधित और पौष्टिक हो जाती है.बादामी कहवा के गुण
कश्मीरी कहवा में कई एंटीऑक्सीडेंट और एंटीजनोटॉक्सिक गुण पाए जाते हैं. यह तासीर में गर्म होता है और शरीर को डिटॉक्स करने (जहरीले पदार्थ निकालने) का कार्य करता है. इसके अतिरिक्त बारिश के मौसम में पीने से बैक्टीरिया से बचने में मदद मिलती है. इस प्रकार मौसमी बीमारियों के लिए यह काफी फायदेमंद होता है.आइए जानते हैं कि इसके क्या-क्या फायदे हैं –
- जो लोग अपना वजन नियंत्रित करना चाहते हैं, उनके लिए कश्मीरी कहवा काफी लाभप्रद है. कश्मीरी कहवा पीने से ब्लड शुगर का स्तर भी नियंत्रित होता है. जैसे लोग ग्रीन टी पीते हैं, उसी तरह अपने वजन को संतुलित करने के लिए कश्मीरी कहवा भी पी सकते हैं. इसे पीने के बाद पेट भरा हुआ महसूस होता है जिससे भूख कम लगती है और इससे वजन कम करने में मदद मिलती है.
- कश्मीरी कहवा पीने से शरीर की इम्यूनिटी मजबूत होती है और तनाव भी दूर होता है. इसमें एंटी ऑक्सीडेंट के गुण होने के कारण यह कैंसर से भी बचाता है. यह पाचनतंत्र के लिए भी अच्छा होता है.
- यह त्वचा के लिए भी गुणकारी है. चाय और केसर में मौजूद विटामिन बी 12 और बादाम में मौजूद विटामिन ई से त्वचा को पोषण मिलता है, जिससे त्वचा नर्म और मुलायम हो जाती है.
- myUpchar से जुड़े डॉ. लक्ष्मीदत्ता शुक्ला के अनुसार, बादाम के सेवन से एसिडिटी ठीक होती है और पेट में प्रोटीन का पालन भी पूरे दिन ठीक रहता है.
कश्मीर का कहवा बनाने का तरीका
कश्मीरी कहवा बनाने के लिए 2 बड़े चम्मच ग्रीन टी की पत्तियां, दालचीनी के कुछ टुकड़े, इलायची, थोड़ी-सी केसर, चीनी, शहद लें। बादाम और अखरोट को बारीक कर लें. इसे बनाने के लिए बर्तन में एक गिलास पानी डालें. उसमें दालचीनी, इलायची और केसर डालकर कुछ देर के लिए उबालें और इससे गाढ़ा होने दें. फिर इसमें ग्रीन टी की पत्तियां डालें और इस पानी को फिर से उबाल लें. कड़वाहट ज्यादा ना हो, इसलिए इसे बहुत ज्यादा नहीं उबालना चाहिए. इसे चाय की ही तरह कप में छान लें और ऊपर से बादाम और अखरोट के टुकड़े डालकर सजावट कर दें. इसके बाद इसकी गर्म-गर्म चुस्कियों का आनंद ले सकते हैं. (अधिक जानकारी के लिए हमारा आर्टिकल, बादाम के फायदे और नुकसान के बारे में जानने के लिए पढ़ें।) (न्यूज18 पर स्वास्थ्य संबंधी लेख myUpchar.com द्वारा लिखे जाते हैं। सत्यापित स्वास्थ्य संबंधी खबरों के लिए myUpchar देश का सबसे पहला और बड़ा स्त्रोत है। myUpchar में शोधकर्ता और पत्रकार, डॉक्टरों के साथ मिलकर आपके लिए स्वास्थ्य से जुड़ी सभी जानकारियां लेकर आते हैं।)
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