कैथल | आरकेएसडी कॉलेज पीटीआई की परीक्षा देने आए परीक्षार्थी का चेकअप करते स्वास्थ्य विभाग कर्मचारी।
- एंट्री करने के दौरान परीक्षा केंद्र के मेन गेट पर एक-दूसरे से सटकर खड़े थे परीक्षार्थी
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बर्खास्त किए गए पीटीआई द्वारा परीक्षा का बहिष्कार करने के दावे के बावजूद रविवार को पीटीआई भर्ती परीक्षा में 82.03 प्रतिशत आवेदक शामिल हुए। परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई। भर्ती पूरी होने के करीब 14 साल बाद दोबारा परीक्षा ली गई है, ऐसे में कम आवेदकों के ही परीक्षा में बैठने की उम्मीद जताई जा रही थी, लेकिन कैथल के 14 परीक्षा केंद्रों पर 1403 उम्मीदवाराें में से 1151 ने परीक्षा दी, 252 आवेदक ही अनुपस्थित रहे।
बर्खास्त पीटीआई द्वारा जिला सचिवालय में 70 दिन से चल रहे अनिश्चितकालीन धरने पर रविवार को तीन बर्खास्त पीटीआई ही बैठे। जिनका समर्थन करने के लिए कई कर्मचारी संगठन पहुंचे। धरने पर बैठे तीन बर्खास्त पीटीआई उषा, सुखविंद्र कौर व रामेश्वर ने कहा कि उनके साथी परीक्षा का विरोध जताने रोहतक व पलवल गए हैं। तबीयत खराब होने के कारण वे साथियों के साथ नहीं जा पाए। इसलिए कैथल में रहकर ही विरोध कर रहे हैं। बर्खास्त पीटीआई ने धरना स्थल पर ही नारेबाजी कर सरकार के खिलाफ रोष जताया।
2006 में पीटीआई के लिए भर्ती निकली थी। वर्ष 2010 में भर्ती प्रक्रिया पूरी होने के बाद 1983 पीटीआई नियुक्त किए गए। कुछ आवेदकों ने भर्ती अनियमितताओं के आरोप लगाते हुए कोर्ट में केस दायर कर दिया। वर्षों चले केस के बाद इस साल सुप्रीम कोर्ट ने पीटीआई को बर्खास्त करने के आदेश दिए। सरकार ने 2006 भर्ती वाले पीटीआई को बर्खास्त करके दोबारा परीक्षा ली। जिसमें वहीं आवेदक बैठे जिन्होंने वर्ष 2006 में भर्ती के लिए आवेदन किया था।
शांतिपूर्ण हुई परीक्षा : डीसी
डीसी सुजान सिंह ने बताया कि पीटीआई पद हेतू लिखित परीक्षा नकल रहित व शांति पूर्वक संपन्न करवाई गई। इस लिखित परीक्षा में 1403 उम्मीदवारों में से 1151 ने परीक्षा दी, जिसमें 252 उम्मीदवार अनुपस्थित रहे। सभी 14 परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे। उड़नदस्ताें ने सभी केंद्रों की चेकिंग की। परीक्षा के लिए एसडीएम डॉ. संजय कुमार को ओवर ऑल इंचार्ज नियुक्त किया गया था।
वर्षों तक ऐसे चला पीटीआई भर्ती परीक्षा का घटनाक्रम
- 20 जुलाई 2006 को हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने 1983 पीटीआई की भर्ती के लिए आवेदन मांगे।
- 21 अगस्त तक आवेदन चले, 21 जनवरी 2007 को लिखित परीक्षा का नोटिस जारी हुआ।
- फिर धांधली की शिकायतें मिलने की बात कहकर परीक्षा को कैंसिल कर दिया।
- 20 जुलाई 2008 को परीक्षा तय की गई, जिसे प्रशासनिक कारणों से कैंसिल कर दिया।
- इसके बाद पात्रता तय कर पदों से 8 गुणा उम्मीद्वार सीधे इंटरव्यू के लिए बुलाए गए।
- दो सितंबर 2008 से 17 अक्टूबर 2008 तक उम्मीद्वारों के इंटरव्यू लिए।
- पहले इंटरव्यू 25 अंक का था, इसे बाद में 30 अंक का कर दिया।
- 10 अप्रैल 2010 को भर्ती का परिणाम घोषित कर 1983 उम्मीद्वारों को नियुक्ति दी गई।
- हाईकोर्ट में केस किया गया तो 11 सितंबर 2012 को हाईकोर्ट की एकल बेंच ने भर्ती रद्द की।
- 30 सितंबर 2013 को हाईकोर्ट की डिविजन बैंच ने एकल बेंच के आदेश पर ही मुहर लगाई।
- 08 अप्रैल 2020 को सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के फैसले का सही ठहराया।
- सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सरकार ने पीटीआई को बर्खास्त करके दोबारा भर्ती पूरी करने का आदेश दिया।
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