धमतरीएक दिन पहले
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- धमतरी निगम को 50 से 1 लाख की जनसंख्या के वर्ग में देश में ईस्ट जोन में सबसे स्वच्छ शहर का पुरस्कार
केंद्र सरकार ने स्वच्छता सर्वेक्षण-2020 की घोषणा गुरुवार को सुबह 11 बजे वर्चुअल कार्यक्रम में की। इसमें 4 राज्यों में 50 से 1 लाख की जनसंख्या के वर्ग में धमतरी शहर पहले स्थान पर रहा है। दिल्ली से निरीक्षण करने आई 3 लोगों की टीम ने शहर की सफाई पर 1500 में से सबसे अधिक 1333 अंक दिए हैं। यह अंक तब दिए गए जब शहर के अंदर 90 तबेले हैं। सड़क पर भैंसे बांधी जा रही हैं। नालियां गाेबर से अटी पड़ी हैं। सड़कों पर हमेशा आवारा मवेशियों का जमावड़ा रहता है। गंदगी से सड़क, नालियां जाम हैं। हालांकि इन सबके बावजूद कुल 4 कैटेगरी में 6000 में से धमतरी शहर को 4058.35 अंक मिले हैं।
गुरुवार को वर्चुअल कार्यक्रम में नगर निगम काे केन्द्रीय नगरीय प्रशासन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने पुरस्कार दिया। यह पहला माैका है जब स्वच्छता सर्वे में धमतरी शहर काे यह उपलब्धि मिली है। एेसा स्टार रेटिंग के लिए किए गए कामाें के कारण संभव हाे पाया है। हालांकि बेहतर काम नहीं हाेने कारण शहर स्टार रेटिंग में पिछड़ गया था। यह रेटिंग 1500 अंकों के लिए था, जिसमें 500 अंक ही मिलने से पिछड़ गया था। शहर को काफी हद तक खुले में शौच मुक्त बनाने, घरों से गीला-सूखा कचरे अलग-अलग लेने, लाेगाें की जागरुकता व शहरवासियों से मिली प्रतिक्रिया के आधार पर शहर ने नगरीय निकाय पुरस्कार में स्थान बनाया है।
वर्चुअल प्रोग्राम में महापौर, कलेक्टर हुए शामिल: जिला कलेक्टोरेट के एनआईसी में ऑनलाइन आयोजित वर्चुअल प्रोग्राम में केन्द्रीय नगरीय प्रशासन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए रिपोर्ट जारी की। कार्यक्रम में महापौर विजय देवांगन, कलेक्टर जेसी मौर्य, निगम कमिश्नर आशीष टिकरिहा शामिल हुए।
ये हैं स्वच्छता सर्वेक्षण के 4 बिंदु
1- सफाई सेवाओं की स्थिति
शहर काे साफ रखने के लिए डाेर टू डाेर कचरा संग्रहण किया जा रहा है। इसके लिए रिक्शा व कचरा वाहन लगाए गए हैं। इसके लिए 176 महिलाएं व 16 चालक घराें से कचरा एकत्रित करते हैं। सुबह के समय सफाई की जा रही है।
2. ठाेस कचरा प्रबंधन
शहर के 40 वार्डों के लिए 10 जगह मणिकंचन केंद्र बनाए गए हैं। हर दिन यहां करीब 23 टन कचरा आ रहा है। इसे बेचकर हर माह 40 से 45 हजार कमा रहे हैं। अभी भी घराें से सूखा व गीला कचरा अलग-अलग नहीं मिल रहा है।
3. खुले में शाैचमुक्त
50 जगह सामुदायिक शौचालय हैं। खराब शौचालयों को ठीक कराया। शहर काे खुले में शौच मुक्त होने का दावा ताे किया जा रहा है, लेकिन गाेकुल पुर, दानी टाेला, महिमासागर पारा, जलामपुर, बठेना वार्ड के लाेग खुले में शाैच जा रहे हैं।
4. अच्छी प्रतिक्रिया
नवंबर व दिसंबर में दिल्ली से 5 सदस्यीय टीम धमतरी आई थी। 250 लोगों से सफाई पर प्रतिक्रिया ली। लोगों ने अच्छी प्रतिक्रिया दी। यही कारण है कि सिटीजन फीडबैक में 1500 में से 1114 नंबर आए हैं।
ऐसे मिले अंक
- सेवा स्तर में प्रगति – 1110.06/1500
- दस्तावेज दिखाने में – 500/1500
- निरीक्षण – 1333.85/1500
- शहरवासियाें की प्रतिक्रिया – 1114.44/1500
डेयरी के कारण शहर की सफाई व्यवस्था बिगड़ी
गंदगीः शहर में 90 छोटी-बड़ी डेयरी हैं। इनका गोबर नालियों में जा रहा है। डेयरी के अलावा कई लोग पशुपालन भी करते हैं। ये भी मवेशी घर से बाहर छोड़ देते हैं, जो गंदगी फैलाते हैं।
मच्छरः शहर के टिकरापारा, नयापारा, लालबगीचा, जोधापुर, बांसपारा, सुभाषनगर, गोकुलपुर, कोष्टापारा, रिसाईपारा अन्य वार्डों में डेयरी के कारण ज्यादा परेशानी है। गंदगी, बदबू व मच्छर पनप रहे हैं।
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