![तेरहवीं की रस्म में दिल्ली से आए कोरोना पॉजिटिव से शोक सभा में शामिल 15 लोग संक्रमित तेरहवीं की रस्म में दिल्ली से आए कोरोना पॉजिटिव से शोक सभा में शामिल 15 लोग संक्रमित](https://images.bhaskarassets.com/thumb/720x540/web2images/521/2020/08/24/21_1598208047.jpg)
झज्जर11 घंटे पहले
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सिविल अस्पताल में लोगों के कोरोना सैंपल लेती स्वास्थ्य विभाग की टीम।
- एक दिन में आए 25 केस जिनमें 18 लोग झज्जर से, कोरोना के एक्टिव मरीजों का आंकड़ा फिर से 100 के करीब पहुंचा
झज्जर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या रविवार को अगस्त में सबसे ज्यादा 25 दर्ज की गई। इसके साथ ही जिले में अब एक्टिव मरीजों की संख्या 100 के पार होने वाली है, जो स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय बन गई है। झज्जर शहर में सबसे ज्यादा 15 कोरोना पॉजिटिव रविवार को एक ही स्थान सिलानी गेट एरिया से सामने आए जिनमें एक ही परिवार और आसपास के रहने वाले लोग शामिल हैं।
इस तरह 25 केसों में 15 केस सिलानी गेट और 3 के झांसवा और जैतपुर गांव में सामने आए बाकी बहादुरगढ़ से हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जब पता किया तो सामने आया कि 13 दिन पहले सिलानी गेट पर एक परिवार में बुजुर्ग की मौत होने पर तेरहवीं की रस्म रखी गई। यहां दिल्ली से एक रिश्तेदार कोरोना पॉजिटिव था वो यहां आया और उसके कारण न सिर्फ उस शोकाकुल परिवार के लोग संक्रमित हुए बल्कि आसपास सिलानी गेट के लोग जो रस्म में शामिल हुए थे। वे भी चपेट में आ गए। इस तरह कुल 15 लोग कोरोना की चपेट में आए। इनका इलाज जिला नागरिक अस्पताल के साथ साथ अलग-अलग स्थानों पर किया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग फिर चिंतित
झज्जर जिले में एका-एक फिर से कोरोना संक्रमण के फैलाव होने पर स्वास्थ्य विभाग चिंता में पड़ गया है। विभाग का कहना है कि जुलाई माह में लोग पहले से ही कोरोना संक्रमण बढ़ने की सूचना से सचेत थे। इस दौरान न सिर्फ सोशल डिस्टेंसिंग की पालना की गई बल्कि 16 से 17 दिनों में डबल हो रहे मरीजों के साथ-साथ उनकी रिकवरी भी होते रहने से इस संक्रमण को फैलने से रोका गया। अब अगस्त माह के पहले सप्ताह के बाद लोगों की लापरवाही का परिणाम है कि कोरोना के मरीज फिर से बढ़ते जा रहे हैं न सिर्फ बाजारों में भीड़ दिखाई दे रही है। यहां भी सोशल डिस्टेंसिंग नहीं की जा रही है, बल्कि बिना मास्क लगाए लोग कहीं भी जा रहे हैं। खासकर भीड़ में भी लोग मास्क नहीं पहन रहे हैं। एक दूसरे से बिल्कुल सटकर कर खड़े रहकर रूटीन की तरह व्यवहार करने में लगे हैं। स्वास्थ्य विभाग इस बात से भी चिंता में है कि लोग कोविड-19 के प्रति जागरूक हैं, लेकिन अब लापरवाही दिखाई दे रही है। पहले लोग शोक सभा और पार्टियों से दूर रहते थे, लेकिन अब इसके लिए एक शहर से दूसरे शहर में आकर भीड़ के रूप में रूटीन की तरह व्यवहार अपनाया जा रहा है।
जिले भर में 400 लोगों के कोरोना सैंपल लिए
अब तक जिले में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 1063 है। इनमें से 963 लोग ठीक हो कर घर जा चुके हैं। अब सिर्फ 99 एक्टिव केस है, जबकि 15 लोगों की मौत हो चुकी है। इधर, स्वास्थ विभाग में जिले भर में रविवार को 400 लोगों के कारण सैंपल लेकर उन्हें जांच के लिए लैब में भेजा है।
850 लोगों की ब्लड सैंपल रिपोर्ट बनाकर चंडीगढ़ भेजी
इस बीच स्वास्थ्य विभाग ने जिले भर में रैंडम सर्वे करके 850 लोगों के ब्लड सैंपल लिए। इनकी रिपोर्ट बना कर इन्हें स्वास्थ्य विभाग के चंडीगढ़ स्थित मुख्यालय में भेज दिया है। बताया गया कि प्रदेश भर के सभी जिलों की रिपोर्ट यहां सम्मिट होगी। इसके बाद फाइनल रिपोर्ट बनाकर साझा की जाएगी कि किस जिले में कोरोना वायरस का कितना फैला रहा है।
यह वास्तव में चिंता की बात है कि लोग कोविड-19 को अब भी हल्के में ले रहे हैं। बाजारों में भीड़ देखी जा रही है। सोशल डिस्टेंसिंग की पालना में कमी आ रही है, जबकि लोगों को पता है और वे इस बात के लिए जागरूक भी हैं। यह वायरस जानलेवा है। फिर भी दूरी बनाकर रखने के नियम में ढलाई देखने को मिल रही है। झज्जर जिले में कोरोना को लगभग समाप्त कर दिया था, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग में आई कमी के कारण फिर से केस बढ़ रहे हैं। -डॉ. संजय दहिया, सीएमओ, झज्जर।
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