रायपुर6 घंटे पहले
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HNLU में बना रहे एथलीट ट्रैक और बास्केटबॉल कोर्ट।
- शहर के 3 राष्ट्रीय संस्थानों में स्टार्टअप, रिसर्च और खेलों को बढ़ावा देने के लिए चल रहा काम
शहर में संचालित राष्ट्रीय स्तर के तीन बड़े संस्थानों ट्रिपल आईटी, एनआईटी और हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में जल्द ही कई बड़े बदलाव देखने मिलेंगे। नया रायपुर स्थित ट्रिपल आईटी में राेबोटिक्स लैब और ब्लॉक चैन सिक्योरिटी लैब बनाई जाएगी। वहीं, एनआईटी में इनोवेटिव बिजनेस आइडियाज पर काम कर रहे स्टूडेंट्स के लिए इन्क्यूबेशन सेंटर बनाया जाएगा। इसके लिए जगह तय कर ली गई है। इसका काम कोरोना संक्रमण का खतरा कम होते ही शुरू कर दिया जाएगा। कोरोना के कारण स्टूडेंट्स की ऑनलाइन क्लास ली जा रही है। ऐसे में अब संस्थान में ऑनलाइन क्लास के लिए खास रूम भी बनाए जाएंगे। वहीं, लॉ यूनिवर्सिटी में खेलों को बढ़ावा देने के मकसद से बास्केटबॉल कोर्ट और एथलीट ट्रैक बनाया जा रहा है।
NIT: सेंटर में होगा को-वर्किंग स्पेस, स्टार्टअप को देंगे फंडिंग
कैंपस में 5500 स्क्वेयर फीट में इन्क्यूबेशन
सेंटर भी बनाया जाएगा। संस्थान में बनी बिल्डिंग गोल्डन टॉवर के एक पूरे फ्लोर में इन्क्यूबेशन सेंटर डेवलप किया जाएगा। इस सेंटर में आंत्रप्रेन्योर्स के लिए को-वर्किंग स्पेस डेवलप करेंगे। यहां कॉन्फ्रेंस हॉल, मीटिंग रूम जैसी सुविधाएं भी होंगी। इनोवेटिव आइडियाज़ पर काम करने वाले स्टूडेंट्स और शहर के आंत्रप्रेन्याेर्स को इन्क्यूबेशन सेंटर में रजिस्टर्ड होने का मौका मिलेगा। विशेषज्ञों की टीम आंत्रप्रेन्योर्स को आइडिया बेहतर करने और कमियां सुधारने की दिशा में गाइड करेगी। यूनीक आइडियाज को फंडिंग भी दी जाएगी। सेंटर बनाने का काम कोरोना की स्थिति देखकर शुरू करेंगे। कोरोना काल में ऑनलाइन क्लास की जरूरत को ध्यान में रखकर संस्थान के सभी 18 डिपार्टमेंट में दो-दो ऐसे क्लासरूम बनाए जाएंगे, जहां प्रोफेसर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से क्लास ले सकें। यहां ऑडियो-वीडियो डिवाइस, कैमरा, लेपल माइक, साउंड सिस्टम जैसी हर सुविधा होगी।
HNLU: बना रहे एथलीट ट्रैक और बास्केटबॉल कोर्ट
लॉ यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स को खेलों से जोड़ने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। इसके तहत गर्ल्स और बॉयज हॉस्टल में बॉस्केटबॉल कोर्ट बनाया जा रहा है। बॉयज हॉस्टल के पास 32 मीटर लंबा और 19 मीटर चौड़ा कोर्ट बन चुका है। गर्ल्स हॉस्टल के कोर्ट का काम जारी है। वहीं, जल्द ही फुटबॉल ग्राउंड में एथलीट के लिए ट्रैक बनाने का काम शुरू किया जाएगा। संस्थान के रजिस्ट्रार डाॅ. अयान हाजरा ने बताया, बिजली की खपत कम करने के मकसद से कैंपस में सोलर सिस्टम भी लगाया जाएगा।
IIIT: स्टूडेंट्स सीखेंगे इंटरनेट ऑफ थिंग्स और हार्डवेयर डिवाइस बनाना
ट्रिपलआईटी कैंपस में दो लैब बनाई जाएगी। असिस्टेंट रजिस्ट्रार हरीश कुमार ने बताया कि रोबोटिक्स और ब्लॉक चैन सिक्योरिटी लैब बनाई जाएगी। रोबोटिक्स लैब में स्टूडेंट्स को इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) डिवाइस, हार्डवेयर आयटम और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बनाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके तहत ड्रोन, क्रॉलर जैसे डिवाइस बनाना सिखाया जाएगा। वहीं, ब्लॉकचेन सिक्योरिटी लैब में स्टूडेंट्स काे सिक्योरिटी की एडवांस लेवल ट्रेनिंग दी जाएगी। ब्लॉकचेन सिक्योरिटी हर तरह के सिस्टम में ट्रांसपेरेंसी लाता है। अगर किसी संस्थान की डिग्री ब्लॉकचेन के जरिए जारी की जाती है तो उसमें कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकता। ये कोड से ऑपरेट होता है और हमेशा डिजिटल रिकॉर्ड में सुरक्षित रहता है। स्टूडेंट्स को कंपनियों के लिए इसी तरह का सिक्योरिटी सिस्टम डेवलप करना सिखाया जाएगा। इसका मकसद स्टूडेंट्स को इंडस्ट्री की वर्तमान जरूरतों के अनुसार ट्रेंड करना है।
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