रायपुर2 घंटे पहले
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सोमवार 20 जुलाई से शुरू हो रही देश की पहली गोबर खरीदी योजना को सीएम भूपेश बघेल ने शुक्रवार काे कलेक्टरों के साथ ऑनलाइन बैठक कर अंतिम रूप दे दिया। इस योजना की पूरी कमान कलेक्टरों को ही दी गई है। सीएम बघेल ने कहा है कि गोबर बेचने वाले हर व्यक्ति को गोबर कार्ड दिया जाएगा। इस योजना से गोबर एक कीमती वस्तु बनने जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में पहले से संचालित समर्थन मूल्य में धान, लघु वनोपजों और तेंदूपत्ता खरीदी जा रहा है ऐसी ही व्यवस्था गोबर खरीदी और इससे तैयार वर्मी कम्पोस्ट की मार्केटिंग की करनी होगी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस को सम्बोधित करते हुए सीएम ने कहा कि हर गौठान समिति का सहकारी बैंक में खाता अनिवार्य रूप से खोला जाए। गोबर बेचने वाले हर व्यक्ति का एक कार्ड दिया जाएगा। जिसकी एक प्रति विक्रेता के पास और दूसरी प्रति गौठान समिति के पास रखी जाए। कार्ड पर गौठान के गोबर संग्रहणकर्ता के हस्ताक्षर कराए जाएं। उन्होंने कहा कि गौठानों में रूकने वाले पशुओं के गोबर पर चरवाहे का अधिकार होगा। उसे भी दो रुपए प्रति किलो की दर पर खरीदा जाएगा। इस योजना को प्रारंभ करने के लिए राज्य सरकार द्वारा सभी संसाधन और व्यवस्थाएं उपलब्ध कराई जा रही है। आने वाले समय में ग्रामीण स्वयं इन योजनाओं का संचालन करेंगे। बघेल ने कहा कि 20 जुलाई हरेली पर्व से राज्य में पूर्ण हो चुके गौठानों में अलग-अलग तिथियों में कार्यक्रम आयोजित होंगे। इसमें मंत्री, सांसदीय सचिव, पंचायती और नगरीय निकायों के जनप्रतिनिधि शामिल होंगे। मुख्यमंत्री ने जिला कलेक्टरों से कहा कि गौठानों में जिले के प्रभारी मंत्री के अनुमोदन से गौठान समितियों का गठन कर उन्हें सक्रिय करें। गौठानों में काम करने वाले स्व-सहायता समूहों को चिन्हित कर लिया जाए।
ग्रामीण क्षेत्राें के 2408 गाैठानाें से शुरुआत
मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों से कहा कि पहले चरण में ग्रामीण क्षेत्रों के 2408 और शहरों के 377 गौठानों में गोबर की खरीदी प्रारंभ की जाएगी। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में चरणबद्व रूप से सभी 11 हजार 630 ग्राम पंचायतों और फिर 20 हजार गांवों में गौठान तैयार करने होंगे। इसके लिए भी भूमि के चिंहित कर लें। बघेल ने कहा कि आने वाले समय में इन गौठानों में बड़ी मात्रा में वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन होगा, हालांकि इसके सबसे बड़े ग्राहक गांव के किसान ही होंगे। इसके साथ ही वन, कृषि, उद्यानिकी, नगरीय विकास विभाग सहित अन्य विभाग तैयार वर्मी कम्पोस्ट सहकारिता के माध्यम से खरीदेंगे।
लोगो जारी
कलेक्टर कांफ्रेस सीएम बघेल के साथ मंत्री चौबे मुख्य सचिव आरपी मंडल, मुख्यमंत्री के एसीएस सुब्रत साहू, प्रमुख सचिव मनोज पिंगुआ, गौरव द्विवेदी, एपीसी डॉ. एम. गीता, मुख्यमंत्री के सचिव सीएम सिद्धार्थ कोमल परदेशी, उप सचिव सुश्री सौम्या चौरसिया, सचिव डॉ कमलप्रीत सिंह, आर प्रसन्ना, पीसीसीएफ राकेश चतुर्वेदी, डी.अलरमेलमंगई, रीता शांडिल्य, सीएम के सलाहकार प्रदीप शर्मा, राजेश तिवारी, उपस्थित थे। इस मौके पर योजना का लोगो भी जारी किया गया ।
मुख्यमंत्री ने गौठानों के लिए दिए 10 करोड़
इधर सीएम बघेल ने शुक्रवार शाम गौठानों के सु-व्यवस्थित संचालन के लिए 10 करोड़ 80 हजार रूपए मंजूर कर दिए। वित्त विभाग ने यह राशि पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा सचिव नगरीय प्रशासन विभाग को जारी कर दी है। राज्य के 2502 गौठानों को 40-40 हजार रूपए के मान से यह राशि स्वीकृत की गई है, जिसमें से 2300 गौठान ग्रामीण इलाके के तथा 202 गौठान नगरीय क्षेत्रों में स्थित हैं। गौठान समितियों को हर महीने 10 हजार रुपए दिए जाएंगे।
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