अम्बाला13 घंटे पहले
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डेहा बस्ती का रास्ता बंद करने के लिए बनाई जा रही दीवार।
- हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी से लगती डेहा बस्ती के 4 में से 2 रास्ते बंद करने का काम शुरू, तीसरा रास्ता भी बंद कराने के लिए लाेग परिषद पहुंचे तो एमई से हुई बहस
हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी से डेहा बस्ती में जाने वाले 4 में से 2 रास्ते बंद करने का काम नगर परिषद ने शुरू कर दिया है। विराेध न हो, इसलिए पुलिस की सहायता ली गई। तीसरा रास्ता बंद न होने से नाराज हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के लाेग शुक्रवार को नप कार्यालय पहुंचे, जहां एमई हरीश से बातचीत की। एमई ने लोगों से कहा कि हमें 2 रास्ताें पर ही दीवार बनाने को कहा गया है, बाकी मामला जेई प्रीतपाल देख रहे हैं।
लोगों ने दूसरे अधिकारी की रिकॉर्डिंग एमई को जब सुनाने की बात कही तो एमई ने लोगों से बोला कि एक दीवार नहीं बनने से हाउसिंग बोर्ड में कोई प्रलय नहीं आ जाएगी। रिकॉर्डिंग एक नहीं बल्कि हजारों कर लो, इससे क्या फर्क पड़ता है। एमई के रवैये को देख लोगों ने जवाब दिया कि डेहा बस्ती के साथ लड़ना प्रलय से कम नहीं है। महिला ने एमई से कहा कि आप रहकर देखो। आपकी बहू-बेटी के साथ सरेआम स्नेचिंग होगी तो पता चल जाएगा। लोगों ने कहा कि हमारे मांग पत्र पर 3 रास्ते बंद करने को मंजूरी मिली है। एमई से लाेगाें ने जब मांगपत्र मांगा तो एमई ने जबाव दिया कि वह उनका पत्र अपनी जेब में डाल कर नहीं घूम रहे हैं।
आप परिषद में आए हैं इसलिए मैंने आपकी बात सुन ली। अब एक्सईएन से मिलें, वो आपकी बात सुनेंगे। एमई के रवैये से खफा हाउसिंग बोर्ड के लाेग एक्सईएन और फिर ईओ से मिलने पहुंचे। लेकिन ईओ ने भी लोगों की सुनवाई नहीं की। इसके बाद नाराज लोग गृहमंत्री अनिल विज के आवास पर पहुंचे। लेकिन पुलिस ने लोगों से कहा कि यह एरिया क्वारेंटाइन कर दिया गया है। इसलिए किसी को अंदर जाने की अनुमति नहीं है। इसलिए लोगों को बैरंग लौटना पड़ा।
इस मामले में संबंधित एमई ब्रांच से बातचीत की जाएगी। इसके बाद इस पर निर्णय लिया जाएगा, ताकि लोगों की समस्या या विवाद को खत्म किया जा सके।
राजेश कुमार, सचिव, नगर परिषद।
अधिकारियाें से विनती है कि तीसरा रास्ता भी बंद कराएं : वीणा
हाउसिंग बोर्ड की वीणा ने बताया कि ग्वाल मंडी और डेहा मंडी के बीच जब भी लड़ाई होती है, सबसे ज्यादा नुकसान हमारा होता है। हमारी रोड पर पत्थरबाजी, पेट्रोल बम, कांच की बोतलें चलती हैं। इसलिए नप अधिकारियाें के अागे हाथ जोड़ते हैं कि यह रास्ता भी बंद किया जाए।
हमारा कसूर नहीं, फिर भी नुकसान, राेड काे बंद करना जरूरी : हरि
ग्वाल मंडी के हरि यादव ने कहा कि मंडी और हाउसिंग बोर्ड के बीच बनी इस रोड पर 20 से 25 घर हैं। हमारा कोई कसूर नहीं होता, फिर भी लड़ाई में हमारा नुकसान होता है। हमारे पशुओं को चोटें आती हैं, दरवाजे टूट जाते हैं, पशुओं के चारे में कांच गिर जाता है। इसलिए इस रोड को दीवार बनाकर बंद करना ज्यादा जरूरी है।
चाेरी से बचने के लिए लाेग हजारों रुपए खर्च कर गेट-ग्रिल से घर कराते हैं कवर
सिटी और कैंट में हाउसिंग बोर्ड ऐसी कॉलोनी है जहां घर के बाहर गेट-ग्रिल लगाने पर जनता हजारों रुपए खर्च करती है, ताकि डेहा बस्ती के लोग चोरी न सकें। नीचे से लेकर ऊपर तक पूरी तरह से ग्रिल से घर को कवर किया जाता है।
ये 4 रास्ते हैं जो हाउसिंग बोर्ड कॉलानी से डेहा बस्ती की तरफ जाते हैं
हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी से 4 रास्ते डेहा बस्ती की तरफ जाते हैं। पहला रास्ता हाउसिंग बोर्ड से मार्केट की तरफ जा रहा है। यह मुख्य रास्ता है। इसलिए इसे बंद नहीं किया जा सकता। दूसरा रास्ता हाउसिंग बोर्ड के छोटे से पार्क और ट्यूबवेल से सीधा डेहा बस्ती जा रहा है। इस रास्ते पर दीवार के लिए खुदाई कर दी गई है। तीसरा रास्ता हाउसिंग बोर्ड से डेहा बस्ती निकल रहा है जिस पर दीवार बनाने का काम शुरू हो चुका है। चौथा रास्ता हाउसिंग बोर्ड और ग्वाल मंडी के बीच का रास्ता है, जो सीधे चारा मशीन में जा रहा है।
आराेप- चारा मशीन संचालक को बचाने की हो रही कोशिश
लोगाें ने बताया कि चारा मशीन से 3 से 4 ग्वाल जुड़े हैं, जो चारा खरीदते हैं। इसलिए एक चारा मशीन संचालक को फायदा पहुंचाने के लिए रास्ता बंद करने का काम रोक दिया गया है। मामले में राजनीति भी हो रही है। इसलिए अधिकारी आम जनता की कोई सुनवाई नहीं कर रहे हैं जबकि चारा मशीन में ट्रैक्टर-ट्राॅली सुभाष पार्क से आने वाली रोड से सीधा आ सकती है। जो ग्वाल चारा खरीदते हैं वह ग्वाल मंडी की दूसरी सड़कों से आ सकते हैं। रास्तों में कोई दिक्कत नहीं है।
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